नोएडा।
दिल्ली एनसीआर में ट्रैफिक नियमों को लेकर लगातार सख्ती रहती है। यातायात पुलिस से लेकर स्थानीय पुलिस तक कमर कसे यत्र तत्र दिखाई दे ही जाते हैं। इतना होने पर भी यहां की सड़कों पर नियमों को ताक पे रखने वाले मनमानी से बाज़ नहीं आते। लेकिन अब दिल्ली से सटे नोएडा के एक खम्बा ट्रैफिक नियमों को तोड़ने वालों के लिए खौक का सबब बन गया है। इस खम्बे के चलते 5 दिन में 1200 वाहनों का चालान हुआ है।
दरअसल पांच साल पहले 2019 में नोएडा की यातायात पुलिस द्वारा देश का पहला रडार आधारित ऑटोमैटिक ट्रैफिक डिटेक्टर लगाया गया था। यह खंभे जैसा उपकरण है जो रात में 100 फीसदी वाहनों की नंबर प्लेट पढ़ सकता था। करीब 5 दिन में इसने 1200 वाहनों को यातायात उल्लंघन करते हुए पकड़ा था।
रडार आधारित इस तकनीक का इस्तेमाल दुबई और कुछ यूरोपीय देशों में होता है। फ्रांस की एक कंपनी ने यह उपकरण ट्रायल के लिए लगाया था। रडार डिटेक्टर महामाया फ्लाईओवर से आगे चलकर दलित प्रेरणा स्थल के पास लगाया गया था। इस उपकरण को 20 मई, 2019 को लगाया गया था। यह अत्याधुनिक रडार रात में भी 100 फीसद वाहनों की नंबर प्लेट पढ़ने में सक्षम था। यह तकनीक काफी महंगी थी।
इस रडार आधारित उपकरण ने पांच तरह से ट्रैफिक उल्लंघनों को पकड़ा था। ओवर स्पीड से चलने वालों, ओवर टेकिंग करने वालों, दुपहिया वाहनों पर तीन सवारी, हेलमेट नहीं लगाने वाले वाहन चालक और लापरवाही से वाहन चलाने वाले इस रडार की पकड़ में आ रहे थे। इस उपकरण से करीब 500 मीटर दूर तक नजर रखी जा सकती थी।